रायपुर 27 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा किपुरखों के गांव को समृद्ध बनाने के सपने को पूरा करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर जोर देना होगा।
श्री बघेल ने यह उद्गार छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के वार्षिक अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि गांव की समृद्धि के लिए छत्तीसगढ़ के चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा और बारी के संरक्षण और विकास की योजना सरकार ने हाथ में ली है, जिससे गांव में जल संसाधन का सदुपयोग हो, पशुधन को बढ़ावा मिले, जैविक खाद आदि के माध्यम से जैविक कृषि को बढ़ावा मिले तथा हमारे गांव उद्यानिकी के क्षेत्र में भी आगे बढ़े। इसके लिए किसानों तथा समाज के सभी नागरिकों की भागीदारी जरूरी है।
उन्होने समाज में सकारात्मक दिशा में बदलाव पर जोर देते हुए कहा कि समाज जब चाहेगा तभी शराबबंदी होगी। शराबबंदी के लिए सरकार द्वारा दो समितियां गठित की जा रही है। एक राजनैतिक दलों की समिति होगी, जिन राज्यों में शराबबंदी लागू हुई है लेकिन सफल नही हुई है, यह समिति उन विफलताओं का अध्ययन करेगी। इसके अलावा दूसरी सामाजिक समिति शराबबंदी में समाज की भूमिका के लिए रास्ता सुझाएगी। उन्होंने शराबबंदी के लिए समाज में वातावरण बनाने सभी समाज से इस सबंध में जागरूक अभियान चलाने का आव्हान किया।
कार्यक्रम को सांसद रमेश बैस ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, पं.रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. केशरीलाल वर्मा, जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी वर्मा, कुर्मी क्षत्रिय समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ. राम कुमार सिरमौर सहित समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक बंधु उपस्थित थे।