
रायपुर, 16 अगस्त।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज हम छत्तीसगढ़वासी अपने पते में जिस “छत्तीसगढ़” शब्द का उपयोग करते हैं, वह श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की देन है। उन्होंने ही हमारे सपनों के राज्य की नींव रखी। वे सदैव छत्तीसगढ़ के निर्माता के रूप में स्मरणीय रहेंगे।
मुख्यमंत्री साय राजधानी के अवंति विहार चौक में आयोजित अटल जी की पुण्यतिथि पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।मुख्यमंत्री ने कहा, “अटल जी पत्रकार, कवि और राजनेता – तीनों रूपों में महान थे। उनके भाषणों का हर कोई कायल होता था। उनका चुटीला अंदाज और बेबाक शैली लोगों के दिलों को छू जाती थी।”
उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘रजत महोत्सव’ की शुरुआत की गई है, जो 25 सप्ताह तक चलेगा। साथ ही इस वर्ष को अटल जी की जन्म शताब्दी होने के कारण ‘अटल निर्माण वर्ष’ घोषित किया गया है, जिसमें अधोसंरचना विकास हेतु अलग से बजट का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “अटल जी ने जिन उद्देश्यों से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, उन्हें पूरा करने के लिए हमारा राज्य लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। हमने ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन–2047’ का रोडमैप भी तैयार किया है, ताकि आने वाले 25 वर्षों में विकसित राज्य का सपना साकार किया जा सके।”
अपने संस्मरण साझा करते हुए उन्होंने कहा, “जब अटल जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब मैं सांसद था। उनके भाषणों को सुनना अपने आप में एक अनुभव था। जब संसद में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संबंधी विधेयक पेश हुआ, तब उसे सुनने का अवसर मुझे मिला।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “अटल जी ने सिखाया कि राजनीति सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि संवाद, सहमति और संवेदना की कला है। उनके सिद्धांत, मूल्य और विचार आज भी हमारी प्रेरणा हैं।”