सितंबर की शुरुआत के साथ ही आसमान फिर से मेहरबान होता दिख रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम का असर अब छत्तीसगढ़ पर पड़ने लगा है। सोमवार को राजधानी रायपुर के कई इलाकों में झमाझम हुई तो मंगलवार को महज एक घंटे में ढाई सेंटीमीटर पानी बरस गया।
मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का यह दौर अभी रुकने वाला नहीं है। अगले 24 घंटे तक रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के जिलों में तेज बारिश के आसार बने रहेंगे। कई जगह गरज-चमक और तेज हवा (30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा) के साथ झमाझम हो सकती है।
पिछले 24 घंटे में नानगुर में 13 सेमी., दंतेवाड़ा में 11 सेमी., छिंदगढ़ में 6 सेमी., जबकि गंगालूर, बालोद, बड़े बचेली, बास्तानार और बीजापुर में 5-5 सेमी. तक पानी गिर चुका है। दरभा और दोरनापाल सहित कई जगह 4 सेमी. तक बारिश हुई। मंगलवार को रायपुर के साथ ही पेंड्रा, अंबिकापुर और जगदलपुर में भी अच्छी बरसात दर्ज की गई।
यलो अलर्ट
सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम और मुंगेली जिलों में मध्यम वर्षा, बिजली गिरने और तेज हवा की संभावना है।
ऑरेंज अलर्ट
महासमुंद, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया और बलरामपुर जिलों में भारी बारिश का खतरा जताया गया है।
मानसून द्रोणिका सक्रिय
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून द्रोणिका अभी बीकानेर से होते हुए जयपुर, दतिया, सीधी, झारसुगुड़ा, पुरी होते हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसी वजह से लगातार नमी मिल रही है और बादल बरस रहे हैं। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश लेकर आया है। राजधानी रायपुर से लेकर बस्तर और सरगुजा तक मौसम का मिजाज बदल चुका है। अगले दो दिनों तक छतरियों और रेनकोट की जरूरत पड़ेगी।