बेंगलुरू 11 जुलाई।कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि वे स्वेच्छा से दिए गए त्याग-पत्रों की सत्यता की जांच के बाद ही कोई निर्णय करेंगे।
श्री कुमार ने पत्रकारों को बताया कि आज कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के 10 बागी विधायकों के दोबाराजमा किये गए त्याग पत्र प्राप्त कर लिये हैं। उन्होंने कहा कि वे कार्रवाई के संबंध में उच्चतम न्यायालय को जानकारी देंगे और कार्रवाई की वीडियो रिकॉडिंग भी उच्चतम न्यायालय में जमा करेंगे।
उन्होने स्वीकार किया कि आज दिये गये इस्तीफे ठीक प्रकार से है,मगर ये भी कहा कि वह आज रात इस पर विचार करेंगे कि इस्तीफा स्वीकार करने में वह क्या नियम का अनुपालन करेंगे। कल वह कोर्ट में अपना पक्ष रख रहे हैं, जहां ये मालूम होगा कि स्पीकर का निर्णय क्या होगा। अब ये देखना है कि क्या विधायक जिनका इस्तीफा स्वीकारनहीं हुआ है, वह पक्ष बदल कानून के अधीन आएंगे या नहीं।
विधानसभा अध्यक्ष ने दलबदल विरोधी अधिनियम का उल्लेख करते हुए कहा कि बहुत सी सरकारें इसलिए गिर गयीं थीं, क्योंकि कुछ लोग मंत्री बनना चाह रहे थे और स्वच्छ राजनीति के लिए इसे रोका जाना आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि निर्णय लेने की कोई जल्दी नहीं है जब तक वे लोगों की उम्मीदों और संविधान की भावनाओं के अनुरूप संतुष्ट नहीं हो जाते।