व्लादिवोस्तोक(रूस) 04 सितम्बर।भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन आज यहां सम्पन्न हो गया है।इसमें दोनो देशों के बीच कुल 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की।दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, तेल और गैस, खनन, परमाणु ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने हवाई और समुद्री संपर्क, परिहवन ढांचा, उच्च तकनीक, बाहरी अंतरिक्ष और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर भी चर्चा की। इसके बाद 13 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं।उन्होने कहा कि..हमारे संबंधों को 21वीं सदी के अनुरूप ढाला है और उन्हें हमारे लिए ही नहीं विश्व के लिए प्रगति, शांति और स्थायित्व का एक विशेष कारक बनाया है। आज हमारे बीच डिफेंस, न्यूक्लीयर, एनर्जी, स्पेस, बिजनेस टू बिजनेस जैसे कई क्षेत्रों में अपने सहयोग को नई ऊचाईयों तक पहुंचाने के लिए सहमति बनी है..।
उन्होने कहा कि..रूस भारत का एक अभिन्न मित्र और विश्वस्तरीय साझेदार है।हमारी स्पेशल और प्रिवलेज्ड स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप का विस्तार करने पर आपने व्यक्तिगत ध्यान दिया है।