नई दिल्ली 22 अक्टूबर।रक्षा खरीद परिषद(डी.ए.सी.) ने सुरक्षा बलों के लिए 33 अरब रुपये के स्वदेशी उपकरणों की खरीद को मंजूरी दे दी है।
डी.ए.सी. ने सरकार के मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम पर जोर देते हुए तीन परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की।इन उपकरणों को भारतीय उद्योगों द्वारा डिजाइन और विकसित किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने पहली बार निजी क्षेत्र को जटिल रक्षा उपकरण डिजाइन तैयार करने और उसे विकसित करने तथा उनके स्वदेश में निर्माण का प्रस्ताव दिया है।इन परियोजनाओं को मेक-2 श्रेणी के अंतर्गत आगे बढ़ाया जाएगा। पहली दो परियोजनाओं में टी-72 और टी-90 टैंकों के लिए तीसरी पीढ़ी के टैंक रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र और सहायक विद्युत इकाइयां शामिल हैं।यह प्रक्षेपास्त्र, बख्तरबंद युद्ध में सेनाओं को बेहतर ढंग से आक्रमण करने की सुविधा उपलब्ध कराएंगे।वहीं बिजली उत्पादन इकाइयां टैंकों की अग्नि शमन प्रणाली और रात में युद्ध करने की क्षमता बढ़ाएंगी।
तीसरी परियोजना पर्वतीय और ऊंचाई वाले स्थानों में छिपकर काम करने वाली इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से संबंधित हैं।