नई दिल्ली 21 नवम्बर।राज्यसभा में आज चुनावी बांड और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश के मुद्दों को लेकर हंगामा हुआ।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इन मुद्दों पर कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के स्थगन प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया गया है। लेकिन दोनों पार्टियों के सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने इन मुद्दों को उठाना जारी रखा। शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनावी बांड के मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई है, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने तेल कंपनी-बीपीसीएल समेत सार्वजनिक क्षेत्र के पांच उपक्रमों में सरकार की समूची हिस्सा-पूंजी बेचे जाने की आलोचना की है।
वहीं लोकसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज चुनावी बांड के मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित करने की कांग्रेस सांसदों की मांग अस्वीकार कर दी। कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि स्थगन प्रस्ताव का अनुरोध इस मुद्दे को उठाने की आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया गया है। हालांकि सदन में कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल की कार्यवाही चलती रही।