नई दिल्ली 01 सितम्बर।देश ने आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अश्रुपूर्ण विदाई दी। आज दोपहर बाद लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में, सुरक्षित दूरी के नियमों का पालन करते हएु, पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
श्री मुखर्जी का कल निधन हो गया था। वे पिछले 22 दिन से सेना के अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनकी सर्जरी की गई थी। इस दौरान वे कोरोना वायरस से भी संक्रमित हो गए थे।
पूर्व राष्ट्रपति का पार्थिव शरीर आज सवेरे उनके निवास 10 राजाजी मार्ग पर लाया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन तथा डॉक्टर हर्षवर्धन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी तथा गुलाम नबी आजाद, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और कई गणमान्य व्यक्तियों ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि श्री मुखर्जी को देश की प्रगति की दिशा में उनके प्रयासों के लिए पीढि़यों तक याद रखा जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक व्यक्त किया और दो मिनट का मौन रखा। मंत्रिमंडल के प्रस्ताव में कहा गया कि प्रणब मुखर्जी के निधन से देश ने एक प्रतिष्ठित राजनेता और उत्कृष्ट सांसद खो दिया है।
सरकार ने सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। सात बार सांसद रह चुके प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया जा चुका है।