नई दिल्ली 20 सितम्बर।सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले तीन वित्त वर्षों में जान-बूझकर कर्ज नही लौटाने वालों से 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि वसूल की है।
वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि पिछले वित्त वर्ष में जान-बूझकर कर्ज न लौटाने वालों पर सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों की 12 हजार 300करोड़ रुपये बकाया थे।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक इन मामलों की जानकारी केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो को देते हैं। वर्ष 2018 से इस वर्ष अगस्त तक सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के 512 मामले दर्ज किए गए और इनमें से 269 मामलों में कार्रवाई शुरू की गई।