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रमन ने कोरोना और नक्सल हमले को लेकर भूपेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

रायपुर 04 अप्रैल।भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने राज्य में कोरोना की भयावह स्थिति एवं बीजापुर में नक्सल हमले में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवानों के शहीद होने पर भूपेश सरकार को आड़े हाथों लिया है।

डा.सिंह ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि आकड़ो के हिसाब से भले ही छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण के मामले में इस समय दूसरे नम्बर पर हो लेकिन आबादी के हिसाब से वह संक्रमण के मामले में पहले नम्बर पर है।उऩ्होने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया है कि आईसीयू में जगह नही है।सरकारी एवं निजी अस्पतालों में वेंटीलेटर उपलब्ध नही है।राज्य के तीन सर्वाधिक प्रभावित जिलों रायपुर,दुर्ग एवं राजनांदगांव की स्थिति सबसे खराब है।

उन्होने सरकार पर कोरोना से होने वाली मौतों के आकड़े में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्ग एवं भिलाई के शवगृहों में 146 शव जलाए गए लेकिन मौत के सरकारी आकड़े नाम मात्र के दिखाए गए है।उन्होने कहा कि सरकार से कोरोना सेस के नाम पर 400 करोड़ रूपए वसूल किए लेकिन इसके बाद भी व्यवस्था क्यों नही हुई।इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार है।उन्होने खऱाब हालात के लिए टीकाकरण में दो महीने की राजनीतिक कारणों से हुई देरी और क्रिकेट मैच को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया।

डा.सिंह ने बीजापुर में बड़ी संख्या में जवानों की नक्सल हमले में शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बहुत पीड़ादायक घटना है।शहीद जवानों की मौत के आकड़े अलग अलग आ रहे है।इतनी बड़ी संख्या में जवानों की शहादत हुई,और मुख्यमंत्री इसे गंभीरता से लेकर मौके पर पहुंचने की बजाय असम चुनाव में रैली एवं जूलूस में व्यस्त है। मुख्यमंत्री की चुनाव प्राथमिकता हो गई है।जवानों के शव लाए जा रहे है,और वहां रैलियां निकाल कर वोट मांगे जा रहे है।इंतजार कर रहे है कि प्रचार समाप्त हो तब आए।

उन्होने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पर कोरोना से गैर जिम्मेदारी से निपटने के आरोप लग रहे है ,पर उनका मानना है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से भी ज्यादा गैरजवाबदेह मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के हैं।उन्होने कहा कि मंत्रिमंडल की आपात बैठक कर कल की घटना पर विचार कर आगे की रणनीति पर विचार करने की जरबरत है।उन्होने कहा कि विपक्ष में रहते मुख्यमंत्री वहां आईजी की पदस्थापना पर सवाल उठाते थे जबकि इस समय उनके शासन में वहां आईजी के पद पर प्रभारी डीआईजी पदस्थ है।