चालीस हाथियों के दल ने सीतापुर वन परिक्षेत्र में नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है।जंगली हाथियों के दल ने ग्राम पेटला, रजौटी,बंशीपुर ,बेलजोरा में स्वच्छंद विचरण किया है। कड़ाके की ठंड में जंगली हाथियों के स्वच्छंद विचरण के कारण लोगों को घर छोड़ना पड़ गया। जंगली हाथियों के दल में बच्चे भी हैं इसलिए हाथियों का यह दल बेहद आक्रामक भी है।वन विभाग की टीम लगातार प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों को सतर्क करने के अभियान में जुटी है ताकि जनहानि की घटना न हो।इस दौरान जंगली हाथियों ने पांच मकानों को क्षति पहुंचाने के साथ फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।
वन अमला जंगली हाथियों को जंगलों की और खदेड़ने व लोगो को इनसे दूर रहने की सलाह दे रही है। एक सप्ताह से बच्चों समेत 40 सदस्यीय जंगली हाथियों का दल वंशीपुर एवं पेटला के जंगलों में डेरा जमाए हुए हैं। पेटला के जंगलों से होते हुए ग्राम रजौटी के करीब आ गया। देर रात विचरण करते हुए हाथियों ने गांव मे उत्पात मचाते हुए खेतो में लगे आलू एवं गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया।
इस दौरान हीरालाल चट्टानपारा रजौटी,गोविंद चट्टानपारा रजौटी समेत पांच ग्रामीणों का मकान क्षतिग्रस्त करते हुए हाथियों ने पियारो पति जगन्नाथ के खलिहान में रखा धान भी चट कर दिया।हाथियों द्वारा उत्पात मचाने की खबर के बाद मौके पर वन विभाग की टीम ने सुरक्षित तरीके से हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ते हुए लोगो को इनसे बचने की सलाह दी। जंगली हाथियों द्वारा बेलजोरा,धरमपुर क्षेत्र में भी नुकसान पहुंचाया गया है। बीती रात ये हाथी बेलजोरा बस्ती के किनारे से ग्राम धरमपुर के नजदीक पहुंच गए थे। कड़ाके की ठंड में हाथियों के कारण ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। फिलहाल वन अमला वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी के दिशानिर्देश में पेटला एवं रजौटी के जंगलों में मौजूद जंगली हाथियों की निगरानी कर रही है।