रायपुर 20 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार का वित्तीय प्रबंधन बहुत बेहतर है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां विधानसभा में तृतीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के जवाब में भारतीय रिजर्व बैंक की वर्ष 2016-17 की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि ऋण भुगतान पर राजस्व व्यय, विकासमूलक कार्यों पर और सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं पर खर्च करने में छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा है। उन्होंने कहा-हमारे बजट प्रबंधन में दूरदर्शिता का अभाव नहीं है। हमने न सिर्फ अल्प अवधि, बल्कि दीर्घ अवधि को ध्यान में रखकर बजट को वित्तीय प्रबंधन पर फोकस किया है।
उन्होने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और क्रिसिल जैसी एजेंसी की अध्ययन रिपोर्ट में भी छत्तीसगढ़ के वित्तीय प्रबंधन को बेहतर माना गया है। इन संस्थाओं ने हमारे वित्तीय प्रबंधन की कामयाबी को चिन्हांकित किया है।उन्होने कहा कि गैर विशेष राज्यों के अंतर्गत छत्तीसगढ़ ने इस अवधि में अपने बजट का 22.7 प्रतिशत व्यय किया है, जबकि राज्यों का औसत 12.8 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं में छत्तीसगढ़ ने 15.8 प्रतिशत राशि खर्च कर देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जबकि अन्य राज्यों का औसत 7.9 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ ने सामाजिक क्षेत्र पर अन्य राज्यों की तुलना में लगभग दोगुना व्यय किया है। उन्होंने बताया कि ऋण भुगतान पर राजस्व व्यय छत्तीसगढ़ ने 4.6 प्रतिशत किया है, जबकि राज्यों का औसत 11.4 प्रतिशत है।
डॉ.सिंह ने बताया कि सबके साथ-सबका विकास की भावना के अनुरूप समावेशी विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर छत्तीसगढ़ सरकार विभिन्न योजनाओं में अपने बजट से अनुसूचित जनजातियों के लिए 36 प्रतिशत और अनुसूचित जातियों के लिए 12 प्रतिशत राशि खर्च कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ग्रॉस वेल्यू एडेड (जीव्हीए) में मेन्यूफेक्चरिंग सेक्टर के अंतर्गत छत्तीसगढ़ का योगदान 16.4 प्रतिशत से बढ़कर 22.6 प्रतिशत हो गया है, जो देश में सर्वाधिक है। लेबर इन्टेसिंव सेक्टर में गुजरात के बाद छत्तीसगढ़ 10.6 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक ग्रॉस वेल्यू एडेड वृद्धि हासिल करने वाला राज्य है।मेन्यूफेक्चरिंग सेक्टर, व्यापार, होटल और परिवहन सेवाओं में छत्तीसगढ़ को नये रोजगार सृजन के मानकों में देश में 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।