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छठ पूजा के लिए सजे बाजार, बिहार व झारखंड के सूप व दउरा की मांग ज्यादा; पढ़िये पूरी ख़बर

शहर के प्रमुख बाजारों में चेतगंज, दशाश्वमेध, लंका, अस्सी, सुंदरपुर, डीएलडब्ल्यू, सामने घाट, सिगरा, विश्वेश्वरगंज, पांडेयपुर, पहड़िया, शिवपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा आदि इलाकों में लगी दुकानों पर बुधवार को लोग खरीदारी करते दिखे। व्यापारी प्रमोद जायसवाल व नंदलाल गुप्ता ने बताया कि दउरा में 50 रुपये, सूप में 10 रुपये बढ़ा है।

छठ पूजन सामग्री से बाजार सजने लगा है। दउरा, सूप, डलिया समेत पूजन सामग्री की दुकानें सज गई हैं। बिहार व झारखंड के दउरा, सूप व डलिया की मांग ज्यादा है। वहीं मुरादाबाद के पीतल के सूप, लोटा व डलिया बाजार में है। पिछले साल से इनके दाम में 10 से 30 फीसदी की तेजी है।

शहर के प्रमुख बाजारों में चेतगंज, दशाश्वमेध, लंका, अस्सी, सुंदरपुर, डीएलडब्ल्यू, सामने घाट, सिगरा, विश्वेश्वरगंज, पांडेयपुर, पहड़िया, शिवपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा आदि इलाकों में लगी दुकानों पर बुधवार को लोग खरीदारी करते दिखे। व्यापारी प्रमोद जायसवाल व नंदलाल गुप्ता ने बताया कि दउरा में 50 रुपये, सूप में 10 रुपये बढ़ा है। पीतल व्यापारी कुंदन कुमार ने बताया कि पीतल के सूप में 50 से 70 रुपये, डलिया व थाली में 20 से 30 रुपये और लोटा में 40 से 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
पूजन सामग्री             मूल्य (मूल्य, पीस में)

नारियल                         25-30
सूप                         50-70

पीतल सूप             300-700
दउरा                         150-250

डलिया                         30-130
महावर                         5 पैकेट

मोली                         5 बंडल
बत्ती                         5 पैकेट

सोपाड़ी                         5
धूप                         5 पैकेट

साठा का चावल             5 पैकेट
अगरबत्ती             10-120 पैकेट

पंचमेवा                         5 पैकेट
जायफर                         5

व्यजन सांचा             20-50
पूर्वांचल व बिहार में जाता है पीतल के बर्तन
बनारस में काशीपुरा, ठठेरी बाजार में पीतल के बर्तन का कारोबार होता है। मुरादाबाद से माल मंगाकर कारोबारी पूर्वांचल व बिहार में भेजते हैं। काशीपुरा के कुंदन कुमार व चौके शुभम ने बताया कि पीतल के बर्तन तैयार करने में खर्च ज्यादा आता है। जबकि मुरादाबाद की कम गुणवत्ता के साथ सस्ता होने से लोग ज्यादा लेते हैं।