छत्तीसगढ़ वन विभाग के कर्मचारी चार सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ये हड़ताल पूरे प्रदेश में एक साथ हो रही है। इसमें कबीरधाम जिले के करीब 200 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं। कवर्धा शहर में जिले के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना में बैठे हुए हैं। इसमें कबीरधाम जिले के रेंगाखार, सहसपुर लोहारा, पंडरिया पूर्व, पंडरिया पश्चिम, बोड़ला, तरेगांव, कवर्धा, चिल्फी, भोरमदेव अभ्यारण समेत जिले के वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं
छत्तीसगढ वन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष परसराम चंद्राकर ने बताया कि यह हड़ताल चार सूत्रीय मांगों को लेकर की जा रही है। पहले चरण में बीते माह जनवरी में ज्ञापन दिया गया था, लेकिन मांगों को लेकर शासन ने ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि एक फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया है। इन कर्मचारियों की मांग लघु वनों पर संघ द्वारा उप वनक्षेत्रपाल के 180 पद के खिलाफ संविदा भर्ती की प्रक्रिया को रोकने व पूर्ववत पदोन्नत उप वनक्षेत्रपालों की सेवा लघु वनोपज संघ में यथावत रखने की है।
वन विभाग के कर्मचारी 24 घंटे अपने कर्तव्य का पालन करते हैं, इसलिए वन विभाग के वनरक्षकों को 2400 रुपये, वनपाल को 2800 रुपये, उप वनक्षेत्रपाल को 4200 रुपये का नया ग्रेड-पे स्वीकृत किया जाए। वन विभाग का विभागीय सेटअप विगत पृथक छत्तीसगढ राज्य बनने के बाद से पुनरीक्षित नहीं किया गया है। इससे कार्य क्षेत्र एवं कर्मचारियों की संख्या में बहुत ज्यादा असंतुलन है, जिससे वन एवं वन्यप्राणी की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। पुनरीक्षित विभागीय सेटअप तत्काल लागू किया जाए समेत अन्य मांगे शामिल हैं।