बैठक में सीएम सरमा और लालडुहोमा ने दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सामूहिक प्रयास पर सहमति जताई है। दोनों नेताओं ने सीमा पर शांति बरतने पर भी जोर दिया।
मिजोरम और असम ने शुक्रवार को लंबे समय से चल रहे अंतर्राज्यीय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सहमति जताई है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम के सीएम लालडुहोमा को आमंत्रित किया। बता दें कि लालडुहोमा फिलहाल गुवाहटी में ही मौजूद हैं।
सीमा विवाद सुलझाने पर सहमत हुए सरमा-लालडुहोमा
बैठक में सीएम सरमा और लालडुहोमा ने दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सामूहिक प्रयास पर सहमति जताई है। दोनों नेताओं ने सीमा पर शांति बरतने पर भी जोर दिया। मिजोरम के तीन जिले आइजोल, कोलासिब और ममित असम के कछार, कर्मगंज और हैलनकांडी जिलों के साथ 164.6 किमी सीमा साझा करते हैं।
दोनों राज्यों के बीच लंबे समय से ही सीमा विवाद चल रहा है। मिजोरम का दावा है कि बंगाल ईस्टर्न फ्रंटियर रेगुलेशन (बीईएफआर) 1873 के तहत 1875 में अधिसूचित इनर लाइन आरक्षित वन का 509 वर्ग मील क्षेत्र उनका है। वहीं दूसरी तरफ असम 1933 को सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार किए गए मानचित्र में दिखाई गई सीमा को अपना क्षेत्र बता रहा है।
2021 में हुआ भी भारी विवाद
इनर लाइन आरक्षित वन का एक बड़ा हिस्सा असम के अंतर्गत आता है। 1933 के सीमांकन के अनुसार क्षेत्र का एक निश्चित हिस्सा मिजोरम में पड़ता है। दोनों राज्यों के बीच सीमाओं का कोई जमीनी सीमांकन नहीं है। साल 2021 में असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद ने विशाल मोड़ ले लिया था, जब दोनों राज्यों के पुलिसबल ने सीमाओं पर गोलीबारी की थी। इस घटना में छह पुलिसकर्मी और एक असम के नागरिक की मौत हो गई थी।