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छत्तीसगढ़: पीएम मोदी ने 34 हजार 427 करोड़ की 10 परियोजनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़ संकल्प यात्रा’ के तहत छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित इंडोर स्टेडियम में आज शनिवार को बटन दबाकर 34 हजार 427 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़ संकल्प यात्रा’ के तहत छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित इंडोर स्टेडियम में आज शनिवार को बटन दबाकर 34 हजार 427 करोड़ रुपये की 10 परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके तहत भिलाई के जंजगिरी में रेलवे के 50 मेगावाट सोलर पॉवर प्लांट को राष्ट्र के नाम समर्पित किया। इस मौके पर प्रदेश के सीएम विष्णुदेव साय, स्कूल शिक्षा बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री रामविचार नेताम आदि मौजूद रहे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि आज हम विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आपके बीच आये हैं। गरीब, किसान, युवा और नारी शक्ति के सशक्तिकरण से विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। यह आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से बनेगा। हम छत्तीसगढ़ को सौर ऊर्जा का बड़ा हब बनाना चाहते हैं। आज राजनांदगांव और भिलाई में बहुत बड़े सोलर प्लांट्स का लोकार्पण किया गया है। इसमें ऐसी व्यवस्था है जिससे रात में आसपास के लोगों को बिजली मिल सकेगी। भारत सरकार का लक्ष्य सोलर पॉवर से देश के लोगों को बिजली देने के साथ ही साथ ही उनका बिजली बिल जीरो करने का भी है। हर घर को सूर्यघर बनाएंगे।। हर परिवार को घर में बिजली बनाकर, वहीं बिजली बेचकर आय का एक और साधन देंगे। इसी उद्देश्य के साथ हमने पीएम सूर्योदय योजना शुरू की है। अभी यह योजना एक करोड़ परिवारों के लिए है। इसमें सरकार घर के छत पर सौर पैनल लगाने के लिए सीधे बैंक खाते में पैसे भेजेगी। इससे 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी और ज्यादा बिजली पैदा होगी तो सरकार बिजली खरीदेगी।। इससे परिवारों को हर वर्ष हजारों रुपए की कमाई होगी।

पीएम मोदी ने किया इन परियोजनाओं को लॉन्च

  • प्रधानमंत्री कोयला मंत्रालय अंतर्गत रायगढ़ क्षेत्र में 173.46 करोड़ रुपए की ओपन कास्ट प्रोजेक्ट छाल कोल हेंडलिंग प्लांट, दीपका क्षेत्र में 211.22 करोड़ रूपए की लागत की ओपन कास्ट प्रोजेक्ट दीपका कोल हेंडलिंग प्लांट, रायगढ़ क्षेत्र में 216.53 करोड़ रुपए की लागत के ओपन कास्ट प्रोजेक्ट बरौद कोल हेंडलिंग प्लांट का लोकार्पण, इन तीनों ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से रेपिड लोडिंग सिस्टम के माध्यम से लोडिंग टाइम में कमी आएगी और ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन कम होगा।
  • प्रधानमंत्री नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय अंतर्गत 907 करोड़ रूपए की लागत से राजनांदगांव जिले के 9 गांवो के 451 एकड़ क्षेत्र में निर्मित 100 मेगावाट एसी/155 मेगावाट डीसी सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का लोकार्पण
  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत 1007 करोड़ रुपए की 2 प्रोजेक्ट अंबिकापुर से शिवनगर तक 52.40 किलोमीटर लंबाई की सड़क और बनारी से मसनियाकला तक 55.65 किलोमीटर लंबी सड़क (राष्ट्रीय राजमार्ग-49) का लोकार्पण किया। अंबिकापुर-शिवनगर सड़क मार्ग से रायपुर राजधानी और कोरबा ओद्योगिक क्षेत्र के साथ कनेक्टिविटी बढे़गी, जिससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। इसी तरह बनारी-मसनियाकला सड़क मार्ग से बिलासपुर से रायगढ़/उड़ीसा बॉर्डर तक आवागमन में समय और इंधन की बचत होगी और क्षेत्र के गांवों का सामाजिक आर्थिक विकास होगा।
  • ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत 15,799 करोड़ रूपए के 1 प्रोजेक्ट – लारा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट स्टेज-1 (2x800MW) का लोकार्पण किया। यह परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़ जिले में स्थित है। यह प्रोजेक्ट सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित है।
  • रेल मंत्रालय अंतर्गत 583 करोड़ रूपए के 2 प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया, जिसमें 280 करोड़ रूपए की लागत से भिलाई में 50 मेगावाट सोलर पॉवर प्लांट और 303 करोड़ रूपए की लागत से बिलासपुर-उसलापुर फ्लाईओवर का लोकार्पण शामिल है। 50 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना से रेलगाड़ियां चलाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग होगा, हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
  • बिलासपुर-उसलापुर फ्लाईओवर (10.5 किलोमीटर) 303 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। हावड़ा की ओर से आने वाली सभी ट्रेनें बिलासपुर यार्ड से बिना किसी क्रॉसमूवमेंट के और हावड़ा-मुंबई रूट पर आवाजाही में कोई बाधा उत्पन्न किए बिना सीधे कटनी की ओर जा सकेंगी। इससे बिलासपुर में यातायात का दबाव कम होगा। साथ ही ट्रेनों की गतिशीलता में वृद्धि होगी, कृषि उत्पादों की बाजार तक आसानी से पहुंच होगी। नवनिर्मित बिलासपुर-उसलापुर रेल ओवर रेल फ्लाई ओवर पर बिलासपुर से फ्रेट ट्रेन से होकर बिलासपुर से मालगाड़ी को हरी झंडी भी दिखाई ।
  • शिलान्यास कार्य
  • प्रधानमंत्री ने ऊर्जा मंत्रालय अंतर्गत रायगढ़ में लारा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्टेज-2 (2x800MW) का शिलान्यास किया। यह परियोजना क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगी। यह परियोजना आस-पास के क्षेत्र में अधोसंरचना विकास (जैसे पहुंच मार्ग, जल निकासी, संचार, परिवहन सुविधाएं इत्यादि) और सामाजिक अधोसंरचना (जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली) की उपलब्धता में और सुधार करेगी।

सीएम साय ने जताया आभार
इससे पहले कृषि मंत्री रामविचार नेताम और मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का स्वागत किया। कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मोदी की गारंटी के अनुरूप मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ को संवारेंगे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में हितग्राहियों को लाभान्वित भी किया।

सीएम साय ने कहा कि पीएम आज छत्तीसगढ़ को 34 हजार 427 करोड़ रुपए की 10 परियोजनाओं का सौगात दे रहे हैं। मैं छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से आपके प्रति आभार प्रगट करता हूँ। आपका स्नेह और अनुग्रह हमेशा हमारे ऊपर रहता है। छत्तीसगढ़ की जनता ने आपकी गारंटी पर भरोसा किया। आपकी गारंटी के सारे कामों को पूरा करने के लिए हम अग्रसर हुए हैं। 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत हुए हैं। 3716 करोड़ रुपए की दो साल की बोनस राशि किसानों को दी है। साथ ही 3100 रुपए धान की कीमत देने का वायदा था इसे पूरा किया। विवाहित महिलाओं को साल का बारह हजार रुपए देने का वायदा पूरा करने का निर्णय भी हमने लिया है।

‘हम विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए तत्पर’
उन्होंने कहा कि विकसित भारत में हम विकसित छत्तीसगढ़ बनाने हम तत्पर हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा आरंभ हुई। इसमें प्रदेश के बड़ी संख्या में लोग आये। हमारे छत्तीसगढ़ में जो पांच विशेष पिछड़ी जनजाति हैं इनके लिए 15 हजार आवास स्वीकृत हुए हैं। इनके बसाहट के लिए आवागमन की सुविधा हो, इसके लिए सड़कों स्वीकृति हुई है। इस योजना में पीवीजीटी लोगों के 366 बसाहटों में रोड पहुंचेगा। मैं आपका बहुत आभार प्रगट करता हूँ कि आपने विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को संबल प्रदान किया है। लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य पूरा करने की दिशा में हम काम कर रहे हैं।

एक नजर में जंजगिरी रेलवे सोलर पॉवर प्लांट
भिलाई में 280 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित रेलवे सोलर पॉवर प्लांट की क्षमता 50 मेगावाट है। यह सोलर पावर प्लांट सौर ऊर्जा से रेल गाड़ियों का परिचालन, ग्रीन इनर्जी, क्लीन इनर्जी के संकल्पना का विकास, कार्बन डायऑक्साइड के उत्सर्जन में प्रतिवर्ष 86 हजार टन की कमी और जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे से निपटने में सहायक होगा। दुर्ग और रायपुर के बीच सौर ऊर्जा से रेलगाड़ियां चलेंगी। इसके साथ ही रेलवे के आवासों में भी यहीं की बिजली का उपयोग किया जाएगा। रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के सहयोग से चेन्नई की एक कंपनी ने 50 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित है किया है, सौर ऊर्जा से बिजली पैदा होगी और पॉवर ग्रिड के माध्यम से रेलवे को इसकी सप्लाई की जाएगी। जंजगिरी के 210 एकड़ की जमीन पर अगले 25 सालों के लिए इस सोलर प्लांट की स्थापित किया जा रहा है। इस प्लांट को तैयार करने में लगभग 280 करोड़ की लागत से बन रही हैं। इस सौर ऊर्जा प्लांट से रेलवे को करोड़ों बचत होगी। बिजली की मौजूदा दर के हिसाब से ही सालाना करीब 13 करोड़ और 25 साल में 360 करोड़ रुपये की बचत होगी।