महाशिवरात्रि: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक और छत्तीसगढ़ के हिस्से में स्थित भगवान ज्वालेश्वर महादेव के मंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर सुबह पांच बजे से ही श्रद्धालु पहुचने शुरु हो गए। काफी संख्या में भक्त पूजा-अर्चना करने के लिए मदिर में पहुंच रहे हैं।
शिव भक्त अमरकंटक स्थित मां नर्मदा के उद्गम स्थल से नर्मदा जल भरकर भगवान भोले का अभिषेक करने पहुंच रहे हैं। ज्वालेश्वर महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया। फागुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। ऐसा मानना है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस मौके पर हर साल अमरकंटक स्थित ज्वालेश्वर महादेव मंदिर में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है।
मंदिर को फूलों और लाइट से सजाया गया है। श्रद्धालु दूर-दूर से ज्वालेश्वर महादेव का पूजन अर्चन करने मंदिर पहुंचते हैं। माइकल पर्वत श्रृंखला में स्थित जलेश्वर महादेव में आज पूरी रात भगवान महादेव की पूजा होगी। सुबह पांच बजे से ही भक्त बाबा का आशीर्वाद लेने मंदिर पहुंच रहे हैं।