रायपुर 01 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के वरिष्ठ लेखक और लोक संस्कृति के विशेषज्ञ श्री निरंजन महावर के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
डा.सिंह ने आज यहां जारी शोक संदेश में कहा कि स्व.श्री महावर ने लगभग चार दशकों तक राज्य के आदिवासी जनजीवन का गहरा अध्ययन किया और उनकी जीवन शैली तथा कला-संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर कई ज्ञानवर्धक पुस्तकों की भी रचना की। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के अलावा झारखण्ड, ओडि़शा और पश्चिम बंगाल के लोक जीवन और वहां की लोक कलाओं का भी गहरा अध्ययन किया।
मुख्यमंत्री ने श्रीमहावर द्वारा मरणोपरांत यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अस्पताल को देह दान किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा श्री महावर ने मृत्यु के बाद भी मानवता की सेवा के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है।
स्वर्गीय श्री महावर ने मध्यप्रदेश आदिवासी लोक कला परिषद की कार्यकारिणी में विशेषज्ञ सदस्य के रूप में लगभग आठ वर्षों तक और इस परिषद की त्रैमासिक पत्रिका ‘चौमासा’ के सलाहकार मंडल के सदस्य के रूप में लगभग 20 वर्षों तक अपनी सेवाएं दी।
ज्ञातव्य है कि श्री निरंजन महावर का कल यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया।