इस पुरस्कार को ग्रीन नोबल के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष यह पुरस्कार दुनियाभर से सात लोगों को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा। यह पुरस्कार दुनिया के छह महाद्वीपीय क्षेत्रों के जमीनी स्तर के पर्यावरण नायकों को दिया जाता है।
वन और आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता आलोक शुक्ला को प्रतिष्ठित ‘गोल्डमैन एनवायर्नमेंटल प्राइज-2024’ से नवाजा जाएगा। उन्हें यह प्राइज एक सामुदायिक अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने के लिए दिया जा रहा है। इस अभियान से छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित 21 कोयला खदानों से 4,45,000 (4.45 लाख) एकड़ जंगलों को बचाया जा सका, जो जैव विविधता से समृद्ध हैं।
इस पुरस्कार को ग्रीन नोबल के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष यह पुरस्कार दुनियाभर से सात लोगों को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा। यह पुरस्कार दुनिया के छह महाद्वीपीय क्षेत्रों के जमीनी स्तर के पर्यावरण नायकों को दिया जाता है।
गोल्डमैन एनवायर्नमेंटल फाउंडेशन के एक बयान में उल्लेख किया गया है कि सरकार ने हसदेव अरण्य में 21 प्रस्तावित कोयला खदानों की नीलामी रद्द कर दी है, जिनके वनों को छत्तीसगढ़ के फेफड़े के रूप में जाना जाता है, यह भारत के सबसे बड़े वन क्षेत्रों में से एक हैं।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India