Saturday , September 28 2024
Home / जीवनशैली / किचन में रखी इन चीजों से सर्दी-खांसी भगाएं दूर

किचन में रखी इन चीजों से सर्दी-खांसी भगाएं दूर

बदलता मौसम अपने साथ खांसी-जुकाम भी ले आता है। अगर आप भी खांसी-जुकाम से परेशान हैं ताे घर की रसोई में ही कई ऐसी प्राकृतिक चीजें उपलब्ध हैं जो आपको राहत दिला सकती हैं। ये घरेलू नुस्खे सदियों से भारतीय परिवारों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं और इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते। यहां कुछ मुख्य नुस्खे बताए गए हैं।

अदरक और शहद
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अदरक का रस निकालकर उसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से खांसी और गले में खराश से राहत मिलती है। इसे दिन में 2-3 बार लेने से जुखाम और खांसी जल्दी ठीक होती है।

हल्दी वाला दूध (गोल्डन मिल्क)
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। हल्दी को गर्म दूध में मिलाकर पीने से सर्दी और खांसी में राहत मिलती है। रात को सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को अंदर से गर्मी मिलती है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

लहसुन और शहद
लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। कुछ कली लहसुन को पीसकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से सर्दी-खांसी में राहत मिलती है।इसे रोज सुबह खाली पेट लेने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी को दूर करने में मदद करते हैं। 5-7 तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और उसमें शहद मिलाकर पिएं। इससे न केवल खांसी में राहत मिलेगी, बल्कि सर्दी से भी छुटकारा मिलेगा।

काली मिर्च और शहद
काली मिर्च खांसी को ठीक करने के लिए बहुत प्रभावी होती है। एक चम्मच काली मिर्च पाउडर में शहद मिलाकर सेवन करें। यह गले में जमा बलगम को साफ करता है और खांसी को नियंत्रित करता है।

मुलेठी
मुलेठी का उपयोग गले की खराश और खांसी के लिए फायदेमंद होता है। मुलेठी के टुकड़े को चबाने से गले की सूजन कम होती है और खांसी में राहत मिलती है।

अजवाइन और गुड़
अजवाइन और गुड़ को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं। यह मिश्रण खांसी और जुखाम में लाभकारी होता है। अजवाइन में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो जुखाम के वायरस से लड़ते हैं।

धनिया के बीज
धनिया के बीज का उपयोग भी जुखाम और खांसी के लिए किया जा सकता है। एक चम्मच धनिया के बीज को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और शहद मिलाकर सेवन करें।