इस वर्ष 12वीं पास कर चुके बच्चों को कालेजों में सीट मिलने को लेकर काफी मुश्किल आ सकती है। बताया जा रहा है कि कालेजों में दाखिले की प्रक्रिया 16 जून से शुरू हो रही है और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई स्कूलों की इस साल बोर्ड का परिणाम देरी से जारी हो सकता है। सीबीएसई के परिणाम जुलाई में आएंगे। वहीं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पहले ही 10वीं-12वीं के परिणाम जारी कर दिए हैं। सीबीएसई के परीक्षा परिणाम देरी से आने की वजह से शिक्षाविदों की चिंताएं बढ़ गई है।
स्कूलों ने नहीं भेजे 10वीं व 12वीं के प्रैक्टिकल व असेसमेंट के मार्क्स
अभी तक भी सभी स्कूलों ने 10वीं व 12वीं के प्रैक्टिकल और असेसमेंट के मार्क्स बोर्ड को नहीं भेजे हैं। ऐसे में अब सीबीएसई को अंक भेजने के लिए आखिरी तारीख बढ़ानी पड़ गई है। दसवीं के टर्म-1 व टर्म-2 के अंक भेजने की आखिरी तारीख 31 मई थी। वहीं 12वीं के प्रैक्टिकल या असेसमेंट के अंक पांच जून तक भेजे जा सकते हैं।
12वीं में 38 हजार विद्यार्थियों के आने हैं परिणाम
जानकारी के अनुसार प्रदेश में इस वर्ष सीबीएसई 12वीं में लगभग 38 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। साथ ही 10वीं में सीबीएसई के लगभग 50 हजार विद्यार्थी है।
डीपीएस के प्राचार्य रघुनाथ मुखर्जी ने कहा, इस वर्ष सीबीएसई के परिणाम देरी से आने की वजह से निश्चित रूप से कालेजों में सीट मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसके लिए यही उपाय है कि कालेजों में प्रवेश की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए या फिर कालेजों में प्रवेश के लिए टेस्ट रखा जाए।