ग्रेटर बरेली योजना के लिए बीडीए मकर संक्रांति पर लॉटरी निकालेगा। बीडीए ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में बताया है कि एक-दो दिन में पंजीकरण खोले जाएंगे।
ग्रेटर बरेली योजना सेक्टर तीन और चार में प्राइम लोकेशन पर भूखंड आवंटित करने के लिए बीडीए मकर संक्रांति पर लॉटरी निकालेगा। हालांकि, इसके लिए आवेदन और पंजीकरण कब खोले जाएंगे? यह अभी तय नहीं है। 224 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर ग्रेटर बरेली आवासीय योजना 11 सेक्टरों में विकसित की जा रही है। इसके दो सेक्टरों के 679 भूखंड के लिए लॉटरी निकाली जा रही है।
बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने बताया कि आवासीय योजना 60 मीटर चौड़े बरेली-बीसलपुर मार्ग और 80 मीटर चौड़े बड़ा बाइपास मार्ग पर है। इसमें बिजली लाइनें भूमिगत होंगी। बिजली आपूर्ति के लिए 132 केवी का सब स्टेशन बनेगा। एम्यूजमेन्ट पार्क, कम्युनिटी सेंटर भी विकसित होगा। सेक्टर तीन (गेट बंद कॉलोनी) में 200 वर्गमीटर के 110, 162 वर्गमीटर के 212 एवं 112.50 वर्गमीटर के 20 भूखंड और सेक्टर चार में 200 वर्गमीटर के 78, 162 वर्गमीटर के 88 एवं 112.50 वर्गमीटर के 171 भूखंडों के लिए एक-दो दिन में पंजीकरण खुलेंगे।
आवेदन के लिए मिल रहे सिर्फ दस दिन
भूखंड के लिए अगर आप पंजीकरण कराना चाहते हैं तो अधिक समय नहीं मिल रहा है। बीडीए ने रविवार को जारी विज्ञप्ति में बताया है कि एक-दो दिन में पंजीकरण खोले जाएंगे। पहली जनवरी को पंजीकरण खुले तो 14 जनवरी तक दो रविवार पड़ रहे हैं। इस तरह से कुल 12 दिन बचेंगे। लॉटरी से दो दिन पहले अगर अर्हता सूची जारी होती है तो दो दिन और कम हो जाएंगे। इस तरह आवेदन के लिए मात्र दस दिन मिल रहे हैं।
इतनी भी क्या जल्दी
रामगंगानगर के नवदीप आर्य ने बताया कि अगर किसी को भूखंड लेना हो हो तो आवेदन करने और स्थल देखने के लिए कम से कम तीन दिन चाहिए। परिवार में विचार-विमर्श में भी वक्त लगता है। ऐसे में आवेदन के लिए कम से कम 30 दिन का मौका मिलना चाहिए। तमाम लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें भूखंड रिक्त होने की जानकारी समय पर नहीं मिल पाती।
राजेंद्रनगर के घनश्याम दास ने बताया कि भूखंड संबंधी आवेदन के लिए अभिलेख, रुपये आदि जुटाने होते हैं, जो 10-11 दिन में मुमकिन नहीं। ऐसे तो तमाम जरूरतमंद लोग आवेदन ही नहीं कर पाएंगे। बीडीए को चाहिए कि कम से कम माह भर का समय दे, ताकि आवेदकों की संख्या बढ़ सके।
बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने बताया कि आवासीय व व्यावसायिक भूखंडों के साथ ही होटल, अस्पताल, शैक्षिक संस्थानों, साइबर सिटी, मल्टीप्लेक्स आदि के लिए भी भूखंड आरक्षित हैं। स्पोर्ट्स स्टेडियम, सेंट्रल पार्क व पार्क प्रस्तावित हैं। बीडीए प्रदेश का पहला प्राधिकरण है, जो किसानों से सहमति के आधार पर भूमि क्रय करके आवासीय योजना विकसित कर रहा है।
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