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बिहार में मतदाता सूची मुद्दे को लेकर संसद की कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली 22 जुलाई। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सके।

   संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने लोकसभा में विपक्ष पर दोहरे मानदंड का आरोप लगाया और कहा कि एक तरफ कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में वे पोस्टर नहीं लाने की बात करते हैं, लेकिन अब सदन में तख्तियां लहरा रहे हैं। लोकसभा में दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया।

  पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने हंगाम कर रहे सदस्यो से कहा कि सदन के समय का सदुपयोग कीजिए और सदन चलने दीजिए। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘सदन में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी और आपको मौका मिलेगा। आपके कारण सदन नहीं चल रहा। सदन चलाने में सभी सहयोग कीजिए।’’ संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा, ‘‘कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में यह तय हुआ था कि सबसे पहले ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी। और उसका समय भी निर्धारित किया गया है। लेकिन आप (विपक्षी सदस्य) एक साथ सारे मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, यह कैसे संभव हो सकता है।’’

   संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार ने बार-बार कहा है कि हम चर्चा करना चाहते हैं। चर्चा के लिए तैयार भी हैं। फिर वे हंगामा क्यों रह रहे हैं। वे देश के करदादाताओं के पैसे और सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी और उनके कुछ साथी दो दिन से हंगामा कर रहे हैं, उसकी मैं निंदा करता हूं।’’

  विपक्षी सदस्यों का हंगामा नहीं थमने पर पीठासीन सभापति सैकिया ने अपराह्न दो बजकर पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), द्रमुक और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया और कार्यवाही कुछ ही मिनट में 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

 लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस दौरान विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आप हंगामा करने के लिए तख्तियां लेकर आएंगे, यह सदन की परंपरा के अनुकूल नहीं है। आप लोग अपने स्थान पर बैठिए, सदन चलने दीजिए।’’ सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू होने पर विपक्षी दलों के सदस्य पहले की तरह ही नारेबाजी करने लगे और कुछ सदस्य आसन के समीप आकर नारे लगाने लगे। कुछ सदस्य तख्तियां लहरा रहे थे जिन पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में नारे लिखे थे।

  पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने तख्तियां दिखा रहे सदस्यों से नाराजगी जताते हुए कहा, ‘‘यहां प्लेकार्ड मत दिखाइए। यह सदन की गरिमा और मर्यादा को ठेस पहुंचाता है। अगर आप इस विषय पर चर्चा चाहते हैं तो बीएसी की बैठक में इस मुद्दे को और अन्य मुद्दों को लाइए, वहां निर्णय लिया जाएगा। सरकार सभी विषयों पर चर्चा और जवाब के लिए तैयार है।’’

   राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को समुद्र द्वारा माल वहन विधेयक 2025 विचार करने एवं पारित करने के लिए प्रस्ताव पेश करने को कहा। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने एसआईआर सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और कुछ सदस्य आसन के समीप आ गए। उप सभापति ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन हंगामा न थमते देख उन्होंने बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

  हंगामे की वजह से सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्य अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। उपसभापति ने सदस्यों से अपने स्थानों पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की लेकिन अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने 11 बजकर करीब पांच मिनट पर ही बैठक को दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दिया।

   भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सदस्य पी संदोष कुमार ने उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के “अप्रत्याशित” इस्तीफे पर सदन में चर्चा के लिए नोटिस दिया था। हरिवंश ने बताया कि ये नोटिस अस्वीकृत कर दिए गए हैं। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे बैठक शुरू हुई तो सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी था। पीठासीन अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने सदन को सूचित किया कि गृह मंत्रालय ने संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के तहत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के तत्काल प्रभाव से इस्तीफे की 22 जुलाई 2025 को एक अधिसूचना जारी की है।

  विपक्षी इंडिया के घटक दलों के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर सदन के बाहर भी प्रदर्शन किया। संसद के ‘मकर द्वार’ के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा और मीसा भारती तथा कई अन्य सांसद शामिल हुए।