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सिंगापुर में कोरोना का नए वैरिएंट्स के कारण तेजी बढ़े दैनिक मामले

दुनियाभर में कोरोना के मामले भले ही रिपोर्ट होने कम हो गए हैं, पर इसका वैश्विक जोखिम अब भी बना हुआ है। यूके-यूएस सहित कई देशों में पिछले महीनों में संक्रमण के मामले बढ़ते हुए रिपोर्ट किए गए हैं। कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण अस्पतालों में रोगियों और मृतकों की संख्या बढ़ने की भी खबरें आती रही हैं। इस बीच हालिया रिपोर्ट में सिंगापुर में कोरोना के कारण हालात बिगड़ने की खबरें हैं। यहां कोरोना के दो नए वैरिएंट्स के कारण मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, हालांकि गंभीर रोगियों की संख्या कम है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंगापुर में पिछले कुछ दिनों से दैनिक कोरोना के मामले दो हजार को पार कर रहे हैं, करीब तीन हफ्ते पहले रोजाना संक्रमण की संख्या एक हजार के करीब थी, जो अब बढ़ रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया यहां कोरोना के दो नए वैरिएंट्स के बारे में पता चला है, जिसके कारण तेजी से रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने देश में सभी लोगों से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का गंभीरता से पालन करते रहने की अपील की है।

सिंगापुर में दो वैरिएंट्स के कारण बढ़े संक्रमण के मामले

सिंगापुर के प्रमुख अखबारों से प्राप्त हो रही खबरों के मुताबिक देश में बढ़ते कोविड के मामलों के लिए मुख्य रूप से दो वैरिएंट्स EG.5 और इसके सब-वैरिएंट HK.3 को प्रमुख कारण माना जा रहा है। ये दोनों ओमिक्रॉन XBB के ही सब-वैरिएंट्स हैं। हालिया दिनों में संक्रमण के बढ़े मामलों में से करीब 75 फीसदी के लिए इन्हीं दो वैरिएंट्स को प्रमुख कारण के रूप में देखा जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि देश में जिस तरह से संक्रमण के मामलों में उछाल आई है ऐसे में आशंका है कि संक्रमण की एक और लहर आ सकती है।

हालांकि राहत की बात ये है कि इन दोनों वैरिएंट्स को गंभीर जोखिम कारकों वाला नहीं माना जा रहा है।

क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री?

स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने बताया, देश में संक्रमण के कारण हालात को नियंत्रित करने के लिए इंतजाम किए गए हैं। टेस्टिंग बढ़ा दी गई है, ज्यादातर संक्रमितों में रोग के हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं। कोरोना के मामले भले ही बढ़े हैं, पर इसे एंडेमिक डिजीज के तौर पर ही देखा जा रहा है।  वायरस से कोई बड़ा स्वास्थ्य खतरा नहीं है, हालांकि नए वैरिएंट्स की संक्रामकता दर के कारण आने वाले हफ्तों में अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ सकती है, इसके लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों को अलर्ट किया गया है।

कैसी है इस नए वैरिएंट की प्रकृति

EG.5 और HK.3 इन दो वैरिएंट्स को संक्रमण के बढ़ते मामलों का प्रमुख कारण माना जा रहा है। इन नए वैरिएंट्स की प्रकृति को समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। नए वैरिएंट्स के जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि HK.3 डबल म्यूटेंट वैरिएंट है। XBB.1.16 स्ट्रेन की तुलना में इसके 95% अधिक तेजी से फैलने का जोखिम है। ओमिक्रॉन के अन्य वैरिएंट्स की ही तरह से इसके भी आसानी से शरीर की प्रतिरक्षा को चकमा देने का जोखिम हो सकता है।

HK.3 के मामले इससे पहले थाइलैंड में भी देखे गए थे, हालांकि वहां वैरिएंट के कारण हालात ज्यादा बिगड़ते हुए नहीं दिखे थे।

गंभीर बीमारी होने के संकेत नहीं

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री कुंग ने कहा, इस बात के कोई सबूत नहीं है कि नए वेरिएंट से पिछले वेरिएंट की तुलना में गंभीर बीमारियां होने की आशंका अधिक है। वैज्ञानिकों ने आश्वस्त किया है कि मौजूदा टीके इन नए वेरिएंट से संक्रमित होने पर हमें गंभीर बीमारियों से बचाने में अच्छा काम कर रहे हैं। चूंकि ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट्स के कारण संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने का जोखिम रहता है इसलिए सभी लोगों को अलर्ट रहने और बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी जाती है।

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।

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