Thursday , May 9 2024
Home / आलेख (page 50)

आलेख

विकास को नए नजरिए से देखे मीडिया-संजय द्विवेदी

मीडिया की ताकत आज सर्वव्यापी है और कई मायनों में सर्वग्रासी भी। ऐसे में विकास के सवालों और उसके लोकव्यापीकरण में मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो उठी है। यह एक ऐसा समय है, जबकि विकास और सुशासन के सवालों पर हमारी राजनीति में बात होने लगी है, तब मीडिया …

Read More »

सामाजिक बहिष्कार के मामलों पर बने सक्षम कानून –डा.दिनेश मिश्रा

जाति, धर्म, ऊँच-नीचे के भेदभाव के बगैर सभी व्यक्तियों को समाज में समान अधिकार मिलने की मनमोहक घोषणाएँ तो अक्सर सुनने में आती है पर कथनी व करनी में कितना बड़ा फर्क है इसकी मिसाल सिर्फ इन घटनाओं से मिल जाती है, जिसमें समाज के फरमान को न मानने की …

Read More »

इस दासता से कब मिलेगी मुक्ति ?-डा.संजय शुक्ला

भले ही भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया हो लेकिन आज भी देश की एक बड़ी आबादी गुलामी के जंजीरों में जकड़ा हुआ है।हाल ही में आस्ट्रेलिया के एक मानवाधिकार संगठन वाक फ्री फाउंडेशन के द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया के 165 देशों में …

Read More »

’’काल ड्रॅाप की लूट को समझना होगा’’ – रघु ठाकुर

देश में इस समय मोबाईल फोन के उपभोक्ताओं की संख्या 80-90 करोड़ के बीच पहुंच गई है और कुछ लाचारी तथा कुछ जरुरतो के आधार पर एक-एक व्यक्ति 2-3 मोबाईल फोन रखने को बाध्य हो रहा है। जमीनी फोन की संख्या घटी है और उसके पीछे भी महत्वपूर्ण कारण 90 …

Read More »

स्कूल से दूर होता देश का भविष्य -डा.संजय शुक्ला

हाल ही में बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था यूनिसेफ ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि सर्व शिक्षा अभियान और शिक्षा के अधिकार कानून लागू करने के बावजूद भारत में 13 वर्ष आयु के 60 फीसदी छात्र तीसरी कक्षा पास करने के पहले …

Read More »

क्या संभव हैं एक साथ लोस-विस चुनाव ? – संजय द्विवेदी

 देश में इस वक्त यह बहस तेज है कि लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाएं।देखने और सुनने में यह विचार बहुत सराहनीय है और ऐसा संभव हो पाए तो सोने में सुहागा ही होगा। भारतीय लोकतंत्र दुनिया का विशालतम लोकतंत्र है और समय के साथ परिपक्व भी …

Read More »

वरिष्ठ नागरिकों की छूट बन्द करने की रेलवे की कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण – रघु ठाकुर

ऐसी खबरे हैं कि रेल मंत्रालय वरिष्ठ नागरिकों को टिकट पर मिलने वाली छूट को वापस लेना चाहती है। इसके लिए कुछ तर्क और तैयारियां शुरू की गई है,जैसे टिकिट पर यह अंकित किया जायेगा कि इसमें वास्तविक यात्रा व्यय के खर्च की तुलना में रेल का कितना घाटा है।यानी …

Read More »

विदेशी पूंजी निवेश यानी काले धन को सफेद करने का खेल – रघु ठाकुर

भारत सरकार ने पिछले दिनों अचानक रक्षा विभाग, खाद्य प्रसंस्करण, और औषधि आदि क्षेत्रो में शतप्रतिशत विदेशी पूंजी निवेश को अनुमति प्रदान कर दी।बहुत सम्भव है कि मोदी सरकार ने एन.एस.जी की सदस्यता पाने के लालच में अमेरिका को कुछ ज्यादा खुश करने के चक्कर में यह निर्णय अचानक लिया …

Read More »

स्मृति ईरानी का घटता रुतवा,अमेठी में हुई चुनौती कमजोर – राज खन्ना

 मोदी कैबिनेट में स्मृति ईरानी का रुतवा घटने का असर अमेठी में भी नजर आ रहा है।इलाके की पांच विधानसभा सीटों के भाजपा के दावेदारों को अब स्मृति के अलावा और भी मजबूत सहारों की तलाश है।खुद स्मृति भी अमेठी के मामलों में पहले जैसी मुखर नही हैं। केन्द्र में …

Read More »

देश जगाओ,भारत बचाओ – रघु ठाकुर

(15 अगस्त पर विशेष लेख) आखिरकार वर्ष 2016 का 15 अगस्त आया तथा केन्द्र व प्रदेश की सरकारों ने धूमधाम के साथ स्वाधीनता दिवस मनाया एंव अपने-अपने कार्यो के गुणगान विज्ञापनो व भाषणों के माध्यम से किया। परन्तु एक भारतीय के नाते हमें सोचना होगा कि क्या हम वास्तव में …

Read More »