Saturday , October 11 2025

आलेख

इंवाका ट्रंप की खातिर हैदराबाद के भिखारियों पर कहर – उमेश त्रिवेदी

यह खबर राजनीतिक सोच में बदलाव के बेरहम ‘इंडीकेटर्स’ को जाहिर करती है कि हैदराबाद पुलिस ने 28 नवम्बर से शुरू होने वाले ‘ग्लोबल एन्टरप्रेन्योर समिट’ के पहले शहर की सड़कों पर भीख मांगने पर रोक लगा दी है। रोक 7 जनवरी 2018 तक जारी रहेगी। यानी उसके बाद भिखारी …

Read More »

यादों-सपनों का अपना शहर सुलतानपुर – राजखन्ना

केरोसिन का डिब्बा-कुप्पी किनारे हुए। लैम्प पोस्ट जिनकी चिमनी शाम होते पोछी-चमकाई जाती, बेनूर हुए। स्ट्रीट लाइट के खंभे खड़े होने और नीम से ढंके शहर के दरख़्त जमीन पर आने शुरू हुए। पाइप लाइन के लिए शहर ने अगले चार-छह साल इंतजार किया। घरों में नल से पानी पहुंचा। …

Read More »

हिमांशु द्विवेदी-आसिफ इकबालः दो धाराओं के पत्रकार – दीपक पाचपोर

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में राज्य अलंकरण पुरस्कार हेतु अलग-अलग श्रेणियों में जिन चार पत्रकारों को सम्मान दिये जाने की घोषणा हुई है, उनमें दो ऐसे हैं जो मेरे दिल के बेहद करीब हैं- हरिभूमि समाचारपत्र समूह के प्रबंध संपादक डॉ.हिमांशु …

Read More »

छत्तीसगढ़ में सहकारी आंदोलन के बढ़ते कदम – अशोक बजाज

सहकारी आंदोलन की दृष्टि से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन वरदान सिद्ध हुआ है। राज्य निर्माण के इन 17 वर्षो में प्रदेश में सहकारिता का महत्व काफी बढ़ा है। विशेषकर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में सहकारिता के क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिला है। छत्तीसगढ़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर …

Read More »

मोदी इस बार गुजरात चुनाव को लेकर पुराने आत्मविश्वास में नहीं – राज खन्ना

यह भाजपा शासित एक राज्य के मुख्यमंत्री का हल्के-फुल्के क्षणों में पत्रकारों के बीच का कथन है। 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव के वक्त पार्टी ने उन्हें पांच दिन गुजरात में प्रचार अभियान में लगाने के लिए कहा था। वहां के कार्यक्रम गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समन्वय …

Read More »

एक और साहसी पत्रकार डैफने की शहादत – रमेश नैयर

देश और दुनिया में साहसी पत्रकार लगातार मारे जा रहे हैं। वो इसलिए कि अनाचार और अत्याचार के विरूद्ध जब सभी संस्थाएं मौन रह जाती हैं तो पत्रकार आवाज उठाता है। आजकल पत्रकारों को भरमाने और उन्हें प्रलोभनों के तराजु पर तौलने की कोशिशें जरा ज्यादा ही तेज हो गई …

Read More »

जाहिल सुलतानपुरी:अदब की दुनिया में आधी सदी का सफ़र- राज खन्ना

बेहद सादगी पसंद हैं जाहिल साहब। बेलाग और बेलौस भी। उनके इस मिजाज से उन्हें जानने वाले बखूबी वाकिफ़ हैं। उनका यह मिज़ाज और अंदाज उनके अदबी सफ़र में खूबसूरती से नुमायां है। वह जिंदगी को जैसे जीते हैं। आस-पास ही क्यों दूर तलक जो कुछ देखते- समझते और महसूस …

Read More »

गांधी परिवार के किले को ढ़हाने की कोशिश में जुटे अमित शाह – राज खन्ना

भाजपा वाराणसी की तर्ज पर अमेठी -रायबरेली पर फोकस करने की तैयारी में है।वाराणसी में उसका मकसद अपने नेता नरेन्द्र मोदी को मजबूती देना है। उधर अमेठी- रायबरेली में विपक्षी की जड़ों को कमजोर करना। चालीस साल में पहली बार गांधी परिवार को उनके गढ़ में घेरने के लिए कोई …

Read More »

ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंधित साहित्य में गाँधी-राकेश पान्डेय

(गांधी जयन्ती पर विशेष) मादरे हिन्द की आंख का तारा गांधी। चर्ख पर कौम के पुर नूर सितारा गांधी।। जेलखाने में भी जाकर के उठाना कूड़ा। मुल्क के वास्ते करते  हैं गवारा गांधी ।। (स्वराज संग्राम का बिगुल, प्रतिबंधित दिनांक 25 अगस्त, 1930) आज देश की आजादी के 70 वर्ष …

Read More »

विमान अपहरण करने से चर्चित हुए देवेन्द्र पांडे,थे बेहद सौम्य और विनम्र – राज खन्ना

स्व.देवेन्द्र पाण्डे पहला चुनाव 1977 में निर्दलीय लड़े थे।लोकसभा का यह चुनाव था।साइकिल उनका निशान था और प्रचार के लिए उनके पास स्कूटर था। कभी वह स्कूटर चलाते और कभी उनका सहयात्री। कन्धे पर माइक सिस्टम। जहाँ-तहाँ रुक कर भाषण देते दिख जाते। मतदाताओं ने तब उन्हें गंभीरता से नहीं लिया …

Read More »