Tuesday , September 17 2024
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आलेख

बस्तर ने देखा अब तक का सर्वाधिक बुरा दौर-दिवाकर मुक्तिबोध

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. रमन सिंह का तीसरे कार्यकाल का उत्तरार्ध लोकप्रियता की अब तक की जमा-पूंजी पर पानी फेरता नजर आ रहा है। बीते एक-दो वर्षों में चंद घटनाएं ऐसी हुई हैं जो यह अहसास कराती हैं कि वे प्रसिद्धि के शिखर से नीचे उतर रहे …

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क्या अब प्रतिभा पलायन पर अंकुश लगेगा ? – डा.संजय शुक्ला

हाल ही में अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा द्वारा एच-1बी वीजा से संबंधित एक नया विधेयक पेश किया गया है,जिसमें यह प्रावधान किया गया है कि यह वीजा उन गैर अमेरिकियों को मिलेगा जिन्हें अमेरिकी अथवा विदेशी कंपनियों से अमेरिका में न्यूनतम 1 लाख 30 हजार डालर यानि लगभग 88 …

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राजनीति के बिगड़े बोल-संजय द्विवेदी

 भारतीय राजनीति में भाषा की ऐसी गिरावट शायद पहले कभी नहीं देखी गयी। ऊपर से नीचे तक सड़कछाप भाषा ने अपनी बड़ी जगह बना ली है। ये ऐसा समय है जब शब्द सहमे हुए हैं, क्योंकि उनके दुरूपयोग की घटनाएं लगातार जारी हैं।राजनीति जिसे देश चलाना है और देश को …

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सबके स्वास्थ्य के लिए नयी कवायद -डा.संजय शुक्ला

पंद्रह सालों बाद केन्द्र की एन.डी.ए.सरकार ने नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति संसद में पेश कर दिया है। इसके पहले 2002 में लागू स्वास्थ्य नीति का लक्ष्य सभी नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सेवा और सस्ती दवा उपलब्ध कराना था लेकिन यह नीति अपने लक्ष्य में लगभग नाकाम रही है। बहरहाल नयी …

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मौत का सबब बनतीं मिलावटी दवाईयां -डा.संजय शुक्ला

पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजाल और आयरन की टेबलेट खाने से दो स्कूली बच्चों की मौत और 12 बच्चों की तबियत खराब होने की खबरें प्रकाश में आयी। प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों की माने तो दवा में मिलावट होने पर भी मौत हो सकती है।    इस …

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योगी की ताजपोशी के जरिये भाजपा का सन्देश साफ – राजखन्ना

योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी के जरिये भाजपा का सन्देश साफ़ है। 2019 पर उसकी  निगाह है और उसकी जमीन तैयार करने में मोदी-शाह की जोड़ी लगी है। फ़िलहाल मोदी का  चेहरा पार्टी से बड़ा है, इसलिए फैसले भी उन्ही के होते हैं।  पहले 2014 और फिर 2017 में उत्तर प्रदेश …

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जेनेरिक दवायें लिखना अनिवार्य बनाने से लोगो को मिलेगी बड़ी राहत -डा.संजय शुक्ला

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह संकेत दिया है कि देष में शीघ्र ही ऐसा कानून बनाया जायेगा जिसके तहत डाक्टरों को महंगी ब्रांडेड दवाओं की जगह सस्ती जेनेरिक दवायें लिखना अनिवार्य होगा। श्री मोदी के इस घोषणा के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद(एम.सी.आई.)ने एक आदेश जारी कर डाक्टरों …

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एक विचार का यों बदल जाना-दिवाकर मुक्तिबोध

यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करिश्माई व्यक्तित्व, उनका भाषाई कौशल, लोकदृष्टि और सबका साथ सबका विकास जैसे लोकलुभावन नारे का कमाल है या समानांतर चलते उस खौफ का जो विचारों को रौंदता है, उन्हें बदलने को मजबूर कर देता है। इसे तय कर पाना बड़ा मुश्किल है। वस्तुस्थिति तो वही …

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बौद्धिक तेज से दमकता था अनिल दवे का व्यक्तित्व – संजय द्विवेदी

 केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री अनिल माधव दवे,देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में थे, जिनमें एक बौद्धिक गुरूत्वाकर्षण मौजूद था। उन्हें देखने, सुनने और सुनते रहने का मन होता था। पानी, पर्यावरण,नदी और राष्ट्र के भविष्य से जुड़े सवालों पर उनमेंगहरी अंर्तदृष्टि मौजूद थी। उनके साथ नदी महोत्सवों ,विश्व हिंदी सम्मेलन-भोपाल, अंतरराष्ट्रीय विचार महाकुंभ-उज्जैन सहित कई आयोजनों में काम …

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जंक फूड पर विशेषज्ञ समिति की चिंता जायज -डा.संजय शुक्ला

हाल ही में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बच्चों के बढ़ते मोटापे की समस्या पर गठित एक विशेषज्ञ समिति ने यह सुझाव दिया है कि स्कूलों में तथा इसके आस-पास 200 मीटर के दायरे में जंक फूड की बिक्री व उपलब्धता पर प्रतिबंध लगाये जाये तथा इन खाद्य …

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