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आलेख

हिमांशु द्विवेदी-आसिफ इकबालः दो धाराओं के पत्रकार – दीपक पाचपोर

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में राज्य अलंकरण पुरस्कार हेतु अलग-अलग श्रेणियों में जिन चार पत्रकारों को सम्मान दिये जाने की घोषणा हुई है, उनमें दो ऐसे हैं जो मेरे दिल के बेहद करीब हैं- हरिभूमि समाचारपत्र समूह के प्रबंध संपादक डॉ.हिमांशु …

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छत्तीसगढ़ में सहकारी आंदोलन के बढ़ते कदम – अशोक बजाज

सहकारी आंदोलन की दृष्टि से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन वरदान सिद्ध हुआ है। राज्य निर्माण के इन 17 वर्षो में प्रदेश में सहकारिता का महत्व काफी बढ़ा है। विशेषकर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में सहकारिता के क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिला है। छत्तीसगढ़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर …

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मोदी इस बार गुजरात चुनाव को लेकर पुराने आत्मविश्वास में नहीं – राज खन्ना

यह भाजपा शासित एक राज्य के मुख्यमंत्री का हल्के-फुल्के क्षणों में पत्रकारों के बीच का कथन है। 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव के वक्त पार्टी ने उन्हें पांच दिन गुजरात में प्रचार अभियान में लगाने के लिए कहा था। वहां के कार्यक्रम गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समन्वय …

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एक और साहसी पत्रकार डैफने की शहादत – रमेश नैयर

देश और दुनिया में साहसी पत्रकार लगातार मारे जा रहे हैं। वो इसलिए कि अनाचार और अत्याचार के विरूद्ध जब सभी संस्थाएं मौन रह जाती हैं तो पत्रकार आवाज उठाता है। आजकल पत्रकारों को भरमाने और उन्हें प्रलोभनों के तराजु पर तौलने की कोशिशें जरा ज्यादा ही तेज हो गई …

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जाहिल सुलतानपुरी:अदब की दुनिया में आधी सदी का सफ़र- राज खन्ना

बेहद सादगी पसंद हैं जाहिल साहब। बेलाग और बेलौस भी। उनके इस मिजाज से उन्हें जानने वाले बखूबी वाकिफ़ हैं। उनका यह मिज़ाज और अंदाज उनके अदबी सफ़र में खूबसूरती से नुमायां है। वह जिंदगी को जैसे जीते हैं। आस-पास ही क्यों दूर तलक जो कुछ देखते- समझते और महसूस …

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गांधी परिवार के किले को ढ़हाने की कोशिश में जुटे अमित शाह – राज खन्ना

भाजपा वाराणसी की तर्ज पर अमेठी -रायबरेली पर फोकस करने की तैयारी में है।वाराणसी में उसका मकसद अपने नेता नरेन्द्र मोदी को मजबूती देना है। उधर अमेठी- रायबरेली में विपक्षी की जड़ों को कमजोर करना। चालीस साल में पहली बार गांधी परिवार को उनके गढ़ में घेरने के लिए कोई …

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ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंधित साहित्य में गाँधी-राकेश पान्डेय

(गांधी जयन्ती पर विशेष) मादरे हिन्द की आंख का तारा गांधी। चर्ख पर कौम के पुर नूर सितारा गांधी।। जेलखाने में भी जाकर के उठाना कूड़ा। मुल्क के वास्ते करते  हैं गवारा गांधी ।। (स्वराज संग्राम का बिगुल, प्रतिबंधित दिनांक 25 अगस्त, 1930) आज देश की आजादी के 70 वर्ष …

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विमान अपहरण करने से चर्चित हुए देवेन्द्र पांडे,थे बेहद सौम्य और विनम्र – राज खन्ना

स्व.देवेन्द्र पाण्डे पहला चुनाव 1977 में निर्दलीय लड़े थे।लोकसभा का यह चुनाव था।साइकिल उनका निशान था और प्रचार के लिए उनके पास स्कूटर था। कभी वह स्कूटर चलाते और कभी उनका सहयात्री। कन्धे पर माइक सिस्टम। जहाँ-तहाँ रुक कर भाषण देते दिख जाते। मतदाताओं ने तब उन्हें गंभीरता से नहीं लिया …

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ताकतवर मोदी से मुकाबले के लिए क्या बदल रहे है राहुल गांधी ? -राज खन्ना

राहुल गांधी ने विपक्षियों से हमले का एक मौका छीन लिया है। अब तक उनकी विदेश यात्राओं को बेहद गोपनीय रखा जाता था। विदेश में उनका अज्ञातवास अटकलों का सबब बनता था। और फिर सोशल मीडिया से लेकर हर माध्यम पर कहानियाँ तैरती थीं। इस बार वह अमेरिका में हैं।वहां …

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अंध विरोध और अंध भक्ति के बीच खामोश जमात-राज खन्ना

भक्त और विरोधियों के अलावा देश में एक और भी जमात बसती है। आमतौर पर यह मुखर नहीं होती।लेकिन इसकी ख़ामोशी में छिपे तूफ़ान से देश में सरकारेँ बनती बिगड़ती रही हैं।विरोधियों को प्रधानमंत्री मोदी बर्दाश्त नहीं। भक्त विरोध का कोई सुर सुनने को तैयार नहीं। अंध विरोध और अंध भक्ति …

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