Saturday , November 1 2025

आलेख

बैंकों के ‘बेड-लोन’ की गाज आम आदमी के ‘डिपॉजिट्स’ पर गिरेगी? – उमेश त्रिवेदी

मोदी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में एक ऐसा बिल प्रस्तुत करने जा रही है, जिसके बाद यह कहना मुश्किल है कि बैंकों में जमा आपकी जिंदगी भर की कमाई में कितना हिस्सा बैंको का होगा और बैंक कितना पैसा आपको लौटाएंगी? बिल के खिलाफ मुंबई की शिल्पाश्री ने ‘चेंज …

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आखिर कब तक न्यायालय से भागते रहेंगे लालसिंह आर्य – अरुण पटेल

मध्यप्रदेश के राजनीतिक गलियारों में लाख टके का यह सवाल उत्तर की तलाश में है कि आखिरकार कब तक सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य भिण्ड के विशेष न्यायाधीश द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के चलते न्यायालय से भागते रहेंगे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कब नैतिक साहस दिखाते हुए उनसे त्यागपत्र …

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धर्म और अस्मिता की कोख में कुलबुलाता गुजरात का चुनाव – उमेश त्रिवेदी

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 09दिसम्बर को सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की 89 विधानसभा सीटों पर मतदान हो चुका है।पटेल-समुदाय के युवा नेता हार्दिक पटेल ने दावा किया है कि इन इलाकों में यदि भाजपा 10 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करती है,तो वे अपना आरक्षण आंदोलन …

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गुजरात में नरेन्द्र मोदी की हार-जीत के राजनीतिक-मायने ? – उमेश त्रिवेदी

गुजरात विधानसभा के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हार-जीत के मायने क्या होंगे? सवाल बड़ा है, लेकिन न तो चुनावी-पंडित इस मसले पर बहस करते दिख रहे हैं, और ना ही राजनीतिक दलों की दिलचस्पी  है कि वो इस महत्वपूर्ण सवाल को मुद्दे के रूप में लोगों के सामने …

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फारुक अब्दुल्ला के कश्मीर बयान के मायने-रघु ठाकुर

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री श्री फारुक अब्दुल्ला के पाक अधिकृत कश्मीर के बारे में दिये गये बयानो के बाद कश्मीर का सवाल फिर चर्चा में है। कुछ दिनों पहले उन्होंने यह बयान दिया था कि पी.ओ.के जो कि पाकिस्तान अधिकृत है और इससे लड़ना अब भारत को संभव नही …

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राजनीति में सिंहासनों के आसपास वंशवाद की नागफनी – उमेश त्रिवेदी

कहना मुश्किल है कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह तंज कितना असरकारी होगा कि कांग्रेस को औरंगजेब राज मुबारक हो, हमारे लिए देश बड़ा है, लेकिन उनके इस तंज ने राजनीति मे परिवारवाद की कहानियों के उन पन्नो को भी खोल …

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राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण कारण एवं निवारण – रघु ठाकुर

देश की राजधानी दिल्ली में अक्टूबर-नवम्बर माह में फैले स्माक प्रदूषण की समस्या को देश की चिंता में शीर्ष पर ला दिया है। यह प्रदूषण अक्टूबर माह में दीपावली के पहले काफी बढ़ गया था और एक जनहित याचिका जो तीन अबोध बच्चो के नाम से उनके अभिभावको ने सुप्रीम …

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12 साल बेमिसाल और बदहाली में उलझती मध्यप्रदेश की राजनीति – अरुण पटेल

भाजपा और कांग्रेस दोनों मध्यप्रदेश में 2018 के अन्त में होने वाले विधानसभा चुनाव के मोड में आ गए हैं और अपने-अपने ढंग से चुनाव जीतने के मद्देनजर राजनीतिक गोटियां बिठाने लगे हैं। भाजपा जहां एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 12 साल के कार्यकाल को बेमिसाल निरूपित करते …

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यूपी के शानदार नतीजों से भाजपा को गुजरात में बड़ी उम्मीद – राज खन्ना

यू पी में अपने बुरे दिनों में भी भाजपा शहरी निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती रही है। लेकिन इस बार की उसकी जीत अलग कारणों से महत्वपूर्ण हो गई है। केंद्र में उसकी साढ़े तीन साल से सरकार है।प्रदेश में  कुछ महीनो पहले ही प्रचंड बहुमत से पार्टी लम्बे वनवास …

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नेता और रोबोट-नेता के मायने: एक ओर कुंआ, दूसरी ओर खाई – उमेश त्रिवेदी

गुजरात विधानसभा चुनाव के दरम्यान जारी असहनीय जुमलेबाजी और लफ्फाजियों के बीच हिन्दुस्तान के लोग क्या इस खबर से सुकून महसूस करेंगे कि न्यूजीलैंड में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रोबोट नेता विकसित कर लिया है, जो सक्रिय राजनीति में हिस्सेदारी करते हुए चुनाव लड़ने में सक्षम है? राजनीति में ‘आर्टीफीशियल-इंटेलीजैंस’ …

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