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आलेख

‘अमीरी के लिए ‘बेस्ट-माइण्ड्स’ की खरीद-फरोख्त सबसे बडी चिंता’ – उमेश त्रिवेदी

जाने माने टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा ने आगाह किया है कि समाज के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश के सर्वोत्तम मस्तिष्कों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने की है। रविवार 15 जुलाई, 2018 को कर्णावती विश्वविद्यालय की यूथ-पार्लियामेंट में युवाओं को संबोधित करत हुए सैम पित्रोदा ने कहा कि ‘दुनिया के सामने …

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‘लिंचिग’ के दौर में राहुल के ‘पोयटिक-ट्वीट’ पर विमर्श का स्पेस नहीं – उमेश त्रिवेदी

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस को सिर्फ मुस्लिमों की पार्टी निरूपित करने वाले भाजपा के राजनीतिक आरोपों के जवाब में जो ट्वीट किया है, वह ‘पोलिटिकल’ कम, ‘पोयटिकल’ ज्यादा है। इसे कुछ इस तरह से भी समझा जा सकता है कि ट्वीट की भाव-भूमि राजनीतिक कम, काव्यात्मक …

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नीलकंठ’ नेता विष पी रहे तो जनता के हिस्से का अमृत कहां हैं? – उमेश त्रिवेदी

शनिवार को बेंगलुरू में आयोजित सम्मान समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के आंसुओं में भीगे इस भावुक डायलॉग ने देश के राजनीतिक हलकों में सनसनी पैदा कर दी है कि ’मैं भगवान नीलकंठ की तरह जहर पी रहा हूं। आप सभी मेरे मुख्यमंत्री बनने से भले ही खुश …

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म.प्र. में ‘जन आशीर्वाद’ और ‘पोल खोल’ के जरिए राजपथ की तलाश- अरुण पटेल

महाकाल की नगरी उज्जैन में पूजा-अर्चना कर भगवान के आशीर्वाद के साथ “नया मध्यप्रदेश नयी रफ्तार, शिवराज सिंह अबकी बार’ का लक्ष्य सामने रखकर जन आशीर्वाद यात्रा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। इसके साथ ही भाजपा ने 2018 की फतह के …

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थरूर के सवालों से राज्याश्रय में पलती कट्टरता पर बवाल – उमेश त्रिवेदी

राजनीति और समाज की बौध्दिक इकाइयों में मोदी-सरकार पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के इस राजनीतिक आरोप पर व्यापक बहस होनी चाहिए कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत भारत को हिन्दू-पाकिस्तान बनने की दिशा में उत्प्रेरित कर सकती है। सत्तर सालों से भारत में ‘पाकिस्तान’ शब्द का …

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‘जियो-इंस्टीट्यूट’ प्रधानमंत्री मोदी के ‘कार्पोरेट-रुझान’ का प्रतीक – उमेश त्रिवेदी

भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक साम्राज्य रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी भले ही दुनिया के चंद सबसे बड़े धनकुबेरों में शुमार हों, लेकिन सोशल क्रेडिबिलिटी अथवा सामाजिक-विश्वसनीयता के कुल जमा खजाने के मामले में वो रतन टाटा अथवा अजीम प्रेमजी जैसे उनसे उन्नीसे उद्योगपतियों से पीछे हैं। शायद इसीलिए …

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भाजपा साधुओं-तांत्रिकों के भरोसे और कांग्रेस बसपा के सहारे – अरुण पटेल

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ भले ही अब दो अलग-अलग राज्य हो गए हों लेकिन दोनों की राजनीतिक तासीर लगभग एक जैसी ही है। उनमें खास अन्तर इसलिए नहीं आया है क्योंकि दोनों ही जगह निर्णायक भूमिका में लगभग वे ही चेहरे सामने हैं जिन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश से अपनी राजनीति शुरू की …

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शबरी-प्रवृत्ति, मारीच-कथा और इम्तहान – पंकज शर्मा

अगले आम चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा या नहीं, नरेंद्र भाई मोदी, अमित भाई शाह और मोहन भागवत जानें। लेकिन हम सब इतना तो जानते ही हैं कि इन तीनों में से कोई भी उतना बड़ा राम-भक्त नहीं है, जितने बाबा तुलसीदास थे। …

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दिल्ली में संविधान की कसौटियां और राजनीतिक अड़ीबाजी – उमेश त्रिवेदी

‘बिग-बॉस’ नाराज हैं…इसलिए वित्त मंत्री अरुण जेटली के ब्लॉग के जरिए भाजपा-सुप्रीमो की ओर से यह राजनीतिक एडवायजरी जारी हो गई है कि ‘दिल्ली के बॉस’ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के साथ केन्द्र सरकार का सलूक क्या और कैसे रहने वाला है ? जेटली ने सुप्रीम कोर्ट की गौरतलब …

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‘आप’ के ‘बॉस’ बनने से कुछ नही होगा, क्योंकि ‘बिग-बॉस’ नाराज हैं – उमेश त्रिवेदी

भाजपा, कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी के सभी विरोधियों ने तय कर लिया है कि वो दिल्ली-सरकार और उप राज्यपाल के बीच अधिकारों की जंग में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को उन व्याख्याओं के साथ नहीं पढ़ेंगे, जो संविधान पीठ के पांच जजों की मंशाओं को व्यक्त करती है। फैसले …

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