कांग्रेस बैठे-ठाले मुसीबत मोल न ले तो वह कांग्रेस कैसी? अपनों पर ही शब्दों के तीर चलाने वाले नेता जब इच्छा होती है, शांत पानी में एक कंकड़ उछाल देते है और फिर लहरे गिनने लग जाते हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पिछले चंद महीनों से काफी कुछ ठीक-ठाक चल रहा …
Read More »भूखे भारत में अनाज की बर्बादी – डा.संजय शुक्ला
ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में कुल भूख से पीडि़त संख्या का एक चौथाई भाग भारत में रहता है।पाकिस्तान, बंग्लादेश और श्रीलंका जैसे हमारे पड़ोसी देश लगातार आंतरिक अशांति व अस्थिरता से जूझने के बावजूद हमसे बेहतर स्थिति में है। भूख का सीधा संबंध कुपोषण से है जिसके …
Read More »आतंकवाद से कैसे लड़ें – संजय द्विवेदी
आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई कड़े संकल्पों के कारण धीमी पड़ रही है। पंजाब के हाल के वाकये बता रहे हैं कि हम कितनी गफलत में जी रहे हैं। राजनीतिक संकल्पों और मैदानी लड़ाई में बहुत अंतर है, यह साफ दिख भी रहा है। पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसियों के …
Read More »फसलों की कीमतों का उतार चढ़ाव बिचौलियों का खेल – रघु ठाकुर
भारत सरकार ने हाल में ही प्याज को निर्यात करने की अनुमति देने का फैसला किया।सरकार की ओर से यह कहा गया है कि किसानों को प्याज के दाम पर्याप्त मिल सके इसलिये प्याज को निर्यात करने का निर्णय किया गया।अभी कुछ ही माह पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय …
Read More »सांप्रदायिकता से कौन लड़ना चाहता है ? – संजय द्विवेदी
देश भर के तमाम हिस्सों से सांप्रदायिक उफान, गुस्सा और हिंसक घटनाएं सुनने में आ रही हैं। वह भी उस समय जब हम अपनी सुरक्षा चुनौतियों से गंभीर रूप से जूझ रहे हैं। एक ओर पठानकोट के एयरबेस पर हुए हमले के चलते अभी देश विश्वमंच पर पाकिस्तान को घेरने …
Read More »वोट एवं बुलेट ट्रेन का खेल – रघु ठाकुर
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व जापान के प्रधानमंत्री श्री आबे के बीच, जो बातचीत व करार हुआ, उसी का एक हिस्सा देश में, बुलेट ट्रेन के लिये, जापान की भूमिका का निर्णय है।जापान अहमदाबाद से मुम्बई के बीच, बुलेट ट्रेन की परियोजना को क्रियान्वित करायेगा तथा भारत को इसके लिये …
Read More »सामना, शहादत और मातम ! – संजय द्विवेदी
पाकिस्तान के जन्म की कथा, उसकी राजनीति की व्यथा और वहां की सेना की मनोदशा को जानकर भी जो लोग उसके साथ अच्छे रिश्तों की प्रतीक्षा में हैं, उन्हें दुआ कि उनके स्वप्न पूरे हों। हमें पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढ़ाते समय सिर्फ इस्लामी आतंकवाद की वैश्विक धारा का …
Read More »आरक्षण व्यवस्था के साथ लगातार हो रहा हैं खिलवाड़ – डॉ.पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’
भारत में हजारों सालों से संचालित अमानवीय मनुवादी व्यवस्था के कारण सामाजिक एवं शैक्षणिक दृष्टि से वंचित वर्गों की दशा संविधान लागू होने के 66 साल बाद भी अत्यधिक दयनीय है।संविधान निर्माताओं को इन वर्गों की विशेष चिन्ता थी।इसी कारण से इन वंचित वर्गों को अजा, अजजा एवं ओबीसी वर्गों …
Read More »छात्र आंदोलन,खो गया है रास्ता -संजय द्विवेदी
हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमूला की आत्महत्या की घटना ने हमारे शिक्षा परिसरों को बेनकाब कर दिया है। सामाजिक-राजनीतिक संगठनों में काम करने वाले छात्र अगर निराशा में मौत चुन रहे हैं, तो हमें सोचना होगा कि हम कैसा समाज बना रहे हैं? किसी राजनीति या विचारधारा से सहमति-असहमति …
Read More »जोगी के बिना कांग्रेस ? कमजोर या मजबूत-दिवाकर मुक्तिबोध
छत्तीसगढ़ कांग्रेस क्या अपने दूसरे विभाजन की ओर बढ़ रही है। दिसंबर 2015 के अंतिम सप्ताह में अंतागढ़ उपचुनाव सीड़ी कांड के जाहिर होने के बाद जोगी परिवार पर पार्टी अनुशासन का कहर टूट पड़ा है। मरवाही से निर्वाचित अमित जोगी को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर …
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