Saturday , July 5 2025
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मोदी-थीसिस: ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के राजनीतिक-निहितार्थ – उमेश त्रिवेदी

लोकसभा में बजट-सत्र के पहले दिन अभिभाषण में राष्ट्रपति की दलीलों के बाद देश की सियासत में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की पुरानी थीसिस पुराने तथ्यों और नए तर्कों के साथ नई जिल्द में देश के सामने है। राष्ट्रपति की दलीलों पर राजनीतिक शास्त्रार्थ शुरू हो चुका है और पार्टियों …

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अक्षम्य त्रासदी: राजनीति में डमरू की तरह इस्तेमाल होते गांधी ? – उमेश त्रिवेदी

मंगलवार, 30 जनवरी 2018 को महात्मा गांधी की 70 वीं पुण्यतिथि पर जब गांधीवादी राजघाट पर राम-धुन के साथ उनका स्मरण करेंगे, तब उन्हें इन खतरों पर भी गौर करना चाहिए कि गांधीगीरी को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी ‘स्पेस’ अब तेजी से सिकुड़ रहा है। कासगंज की ताजा सांप्रदायिक …

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चुनाव आयोग में ‘ज्योति’ से कितनी बेहतर होगी ‘रावत’ की ज्वाला – अरुण पटेल

मध्यप्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रहे ओम प्रकाश रावत ने भारत के निर्वाचन आयोग के मुखिया के तौर पर कमान संभाल ली है। उन्हें यह महत्वपूर्ण दायित्व मुख्य चुनाव आयुक्त ए.के. ज्योति के सेवानिवृत्त होने के बाद मिला है। पिछले कुछ समय से चुनाव आयोग को लेकर विश्वसनीयता और …

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परम्परावादी कांग्रेस स्वयं को बदलेगी या एम्बेसडर कार बनेगी – अरुण पटेल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुकाबले कांग्रेस किसी चेहरे को लेकर चुनाव लड़े या अपनी परम्परा के अनुसार सामूहिक नेतृत्व की परम्परा को आगे बढ़ाये। अभी भी कांग्रेस में चेहरा घोषित करने को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और कांग्रेस हाईकमान इस बात को लेकर पसोपेश में है। कुछ …

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सर्वोच्च न्यायालय की विश्वसनीयता खतरे में – रघु ठाकुर

समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया पर भी इस आशय के समाचार प्रकाशित हुये है कि भारत के मुख्य न्यायाधीश ने सभी न्यायाधीशों को चाय पर बुलाया तथा सर्वोच्च न्यायालय का अन्तर विवाद सुलझ गया है, मुझे खुशी होगी अगर यह खबर सही हो।क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीश श्री मदन …

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क्या विधायकों को बर्खास्त कर जोति ने मोदी का नमक चुकाया…?- उमेश त्रिवेदी

भले ही आम आदमी पार्टी के बीस सदस्यों की सदस्यता रद्द करने के बाद दिल्ली विधान सभा में आम आदमी पार्टी की सरकार और अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्रित्व पर कोई असर नहीं पड़े, लेकिन पार्टी के लिए यह राजनीतिक सदमा भारी सिद्ध होगा। इससे उबरना आसान नही है। इसके बाद  …

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मोदी जी, देश में और भी विकसित राज्य हैं गुजरात के अलावा…! – उमेश त्रिवेदी

पिछले चार महीने में अहमदाबाद की सड़कों पर दूसरे बड़े विदेशी राजनेता इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के रोड-शो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात-प्रेम को फिर चर्चाओं में ला दिया है। इसके पहले मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ रोड-शो किया था। 13 सितम्बर 2017 को  …

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भाजपा में कोई तोगडि़या का एनकाउंटर क्यों कराना चाहेगा ? – उमेश त्रिवेदी

सोमवार को दिन में कोई दस-बारह घंटे गायब या गुमशुदा रहे विश्व हिन्दू परिषद के फायरब्राण्ड नेता और संगठन के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की गुमशुदगी और प्रगटीकरण के साथ कई सवाल गुंथे हुए हैं।मंगलवार को गुमशुदगी का नकाब हटाने के बाद मीडिया के रूबरू उन्होंने भूमिगत होने के …

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राजनीति के ‘वायरस’ ने सुप्रीम कोर्ट की ‘फायरवॉल’ में सेंध लगाई – उमेश त्रिवेदी

यह सवाल लोगों को परेशान कर रहा है कि अड़सठ साल पुरानी सुप्रीम कोर्ट की परम्परागत और विश्वसनीय ‘फायरवॉल’ में राजनीति के रोगाणु सेंध लगाने में कैसे और क्यों सफल हो सके? ‘फायरवॉल’ कम्प्यूटर की दुनिया में प्रचलित शब्द है। कम्प्यूटर में  खतरनाक और दूषित वायरस की आवाजाही को नियंत्रित …

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कहीं रावत के बयान सेना में राजनीति के ‘रोगाणु’ पैदा नहीं कर दें ? – उमेश त्रिवेदी

सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष न्यायाधीशों के ताजा घटनाक्रम के बाद भारत में संवैधानिक संस्थाओं की संप्रभुता, सर्वोच्चता और तटस्थता पर सवाल उठाने वाली घटनाओं की छाया अब भारतीय सेना पर भी मंडराने लगी है। जम्मू-कश्मीर के शिक्षामंत्री अल्ताफ बुखारी सेनाध्यक्ष बिपिन रावत के उस बयान के खिलाफ खुलकर खड़े हो …

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